महाशिवरात्रि पर आइये जाने शिवपुराण के अनुसार, भगवान शिव को कौन सा रस (द्रव्य) चढ़ाने से क्या फल मिलता है-
1. बुखार होने पर भगवान शिव को जल चढ़ाने से शीघ्र लाभ मिलता है। सुख व संतान की वृद्धि के लिए भी जल द्वारा शिव की पूजा उत्तम बताई गई है।
2. तेज दिमाग के लिए शक्कर मिला दूध भगवान शिव को चढ़ाएं।
3. शिवलिंग पर गन्ने का रस चढ़ाया जाए तो सभी आनंदों की प्राप्ति होती है।
4. शिव को गंगा जल चढ़ाने से भोग व मोक्ष दोनों की प्राप्ति होती है।
5. शहद से भगवान शिव का अभिषेक करने से टीबी रोग में आराम मिलता है।
6. यदि शारीरिक रूप से कमजोर कोई व्यक्ति भगवान शिव का अभिषेक गाय के शुद्ध घी से करे तो उसकी कमजोरी दूर हो सकती है।
अगर कुछ भी सम्भव नहीं है तो श्रद्धा सुमन शुद्ध जल से ही शिव जी का अभिषेक करे और अभिषेक किये हुए जल को अपने सर पे स्पर्श करे!
नोट- किसी भी द्रव्य को अभिषेक करते समय उसके धार टूटने नहीं चाहिए इसका ध्यान रखना अत्यंत जरूरी होता है इसका वैज्ञानिक कारण यह है शिवलिंग में रेडियोएक्टिव के तत्व होते हैं। भारत का रेडियोएक्टिविटी का नक्शा उठा लें, तो हैरान हो जाएंगे ! भारत सरकार के नुक्लियर रिएक्टर के अलावा सभी ज्योतिर्लिंगों के स्थानों पर सबसे ज्यादा रेडिएशन पाया जाता है।
शिवलिंग और कुछ नहीं बल्कि न्यूक्लियर रिएक्टर्स ही हैं, तभी तो उन पर जल चढ़ाया जाता है ताकि वो शांत रहे। इसके अलावा शिवलिंग पर चढ़ा पानी भी रिएक्टिव हो जाता है इसीलिए तो जल निकासी नलिका को लांघा नहीं जाता। भाभा एटॉमिक रिएक्टर का डिज़ाइन भी शिवलिंग की तरह ही है। शिवलिंग पर चढ़ाया हुआ जल नदी के बहते हुए जल के साथ मिलकर औषधि का रूप ले लेता है। तो सोचिये हमे कितना लाभ होगा !
आचार्य आशुकवि पङ्कज ऊमर
अंतराष्ट्रीय शोधार्थी भारत
ज्योतिष गुप्तचर विभाग दिल्ली
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