गुरुवार, 27 मई 2021

आइये सौभाग्य-रक्षा और सुख-शांति व समृद्धि बढ़ाने हेतु

 🌷 *आइये सौभाग्य-रक्षा और सुख-शांति व समृद्धि बढ़ाने हेतु


एक प्रयोग सीखे..👩🏻 माताएँ-बहनें रोज स्नान के बाद पार्वती माता का स्मरण करते-करते उत्तर दिशा की ओर मुख करके तिलक करें और पार्वती माता को इस मंत्र से वंदन करें : “ॐ ह्रीं गौर्यै नम: |”

👩🏻 इससे माताओं –बहनों के सौभाग्य की रक्षा होगी तथा घर में सुख-शांति और समृद्धि बढ़ेगी |

सोमवार, 24 मई 2021

माँ लक्ष्मी का पूजन विधि करें..

 वैशाख पूर्णिमा शुभ व सुख-ऐश्वर्य की महिमा का भंडार है आइये इनके पूर्ण विधि से माँ लक्ष्मी का पूजन विधि करें..


  *ये दिन 26 मई का है इस दिन  सुबह के साथ ही खासकर शाम के वक्त भी स्नान कर माता लक्ष्मी की प्रतिमा की सामान्य पूजा कर  इस मंत्र का जप आर्थिक परेशानियों को दूर करने वाला होगा।* 

  *- माता लक्ष्मी को लाल चन्दन, लाल अक्षत, लाल वस्त्र, लाल फूल, मौसमी फल, मिठाई अर्पित करें।*

 🍚 *- माता को दूध से बनी खीर का भोग लगाएं। बाद  में देवी लक्ष्मी को इस वैदिक मंत्र स्तुति के उपाय का यथाशक्ति जप करें-*

 🌷 *ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ॥*

 🔥 *- पूजा और मंत्र जप के बाद घी के दीप से माता लक्ष्मी की आरती करें।*

 🔥 *- आरती के बाद धन प्राप्ति और सुखी जीवन की कामना करते हुए पूजा-आरती में हुई त्रुटियों के लिए क्षमा प्रार्थना करें।*

आचार्य आशुकवि पङ्कज ऊमर

अंतराष्ट्रीय शोधार्थी भारत

ज्योतिष गुप्तचर विभाग दिल्ली

रविवार, 23 मई 2021

त्रिस्पृशा एकादशी कब आती है ?.

 त्रिस्पृशा एकादशी कब आती है ?.


.........

‘पद्म पुराण' में आता है कि  *‘‘जब एक ही दिन 🔴एकादशी, 🟠द्वादशी तथा रात्रि के अंतिम प्रहर में 🟢त्रयोदशी भी हो तो उसे ‘त्रिस्पृशा' समझना चाहिए । यह तिथि धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष देनेवाली तथा  100 करोड़ तीर्थों से भी अधिक महत्त्वपूर्ण है । इस दिन भगवान के साथ सदगुरु की पूजा करनी चाहिये ।

आचार्य आशुकवि पङ्कज ऊमर

अंतराष्ट्रीय शोधार्थी भारत

ज्योतिष गुप्तचर विभाग दिल्ली

सोमवार, 17 मई 2021

गंगा जयंती

 गंगा जयंती


की लाख लाख बधाई आइये गंगा जयंती महत्व को विस्तार से जाने ......

🙏🏻 *गंगा जयंती हिन्दुओं का एक प्रमुख पर्व है | वैशाख शुक्ल सप्तमी के पावन दिन गंगा जी की उत्पत्ति हुई इस कारण इस पवित्र तिथि को गंगा जयंती के रूप में मनाया जाता है |*

🙏🏻 *गंगा जयंती के शुभ अवसर पर गंगा जी में स्नान करने से सात्त्विकता और पुण्यलाभ प्राप्त होता है | वैशाख शुक्ल सप्तमी का दिन संपूर्ण भारत में श्रद्धा व उत्साह के साथ मनाया जाता है यह तिथि पवित्र नदी गंगा के पृथ्वी पर आने का पर्व है गंगा जयंती | स्कन्दपुराण, वाल्मीकि रामायण आदि ग्रंथों में गंगा जन्म की कथा वर्णित है |*

🙏🏻 *भारत की अनेक धार्मिक अवधारणाओं में गंगा नदी को देवी के रूप में दर्शाया गया है | अनेक पवित्र तीर्थस्थल गंगा नदी के किनारे पर बसे हुये हैं | गंगा नदी को भारत की पवित्र नदियों में सबसे पवित्र नदी के रूप में पूजा जाता है | मान्यता है कि गंगा में स्नान करने से मनुष्य के समस्त पापों का नाश होता है | लोग गंगा के किनारे ही प्राण विसर्जन या अंतिम संस्कार की इच्छा रखते हैं तथा मृत्यु पश्चात गंगा में अपनी राख विसर्जित करना मोक्ष प्राप्ति के लिये आवश्यक समझते हैं | लोग गंगा घाटों पर पूजा अर्चना करते हैं और ध्यान लगाते हैं |*

🙏🏻 *गंगाजल को पवित्र समझा जाता है तथा समस्त संस्कारों में उसका होना आवश्यक माना गया है | गंगाजल को अमृत समान माना गया है | अनेक पर्वों और उत्सवों का गंगा से सीधा संबंध है मकर संक्राति, कुंभ और गंगा दशहरा के समय गंगा में स्नान, दान एवं दर्शन करना महत्त्वपूर्ण समझा माना गया है | गंगा पर अनेक प्रसिद्ध मेलों का आयोजन किया जाता है | गंगा तीर्थ स्थल सम्पूर्ण भारत में सांस्कृतिक एकता स्थापित करता है गंगा जी के अनेक भक्ति ग्रंथ लिखे गए हैं जिनमें श्रीगंगासहस्रनामस्तोत्रम एवं गंगा आरती बहुत लोकप्रिय हैं |*

      🌷 *गंगा जन्म कथा* 🌷

🙏🏻 *गंगा नदी हिंदुओं की आस्था का केंद्र है और अनेक धर्म ग्रंथों में गंगा के महत्व का वर्णन प्राप्त होता है | गंगा नदी के साथ अनेक पौराणिक कथाएँ जुड़ी हुई हैं जो गंगा जी के संपूर्ण अर्थ को परिभाषित करने में सहायक है | इसमें एक कथा अनुसार गंगा का जन्म भगवान विष्णु के पैर के पसीनों की बूँदों से हुआ गंगा के जन्म की कथाओं में अतिरिक्त अन्य कथाएँ भी हैं | जिसके अनुसार गंगा का जन्म ब्रह्मदेव के कमंडल से हुआ |*

🙏🏻 *एक मान्यता है कि वामन रूप में राक्षस बलि से संसार को मुक्त कराने के बाद ब्रह्मदेव ने भगवान विष्णु के चरण धोए और इस जल को अपने कमंडल में भर लिया और एक अन्य कथा अनुसार जब भगवान शिव ने नारद मुनि, ब्रह्मदेव तथा भगवान विष्णु के समक्ष गाना गाया तो इस संगीत के प्रभाव से भगवान विष्णु का पसीना बहकर निकलने लगा जिसे ब्रह्मा जी ने उसे अपने कमंडल में भर लिया और इसी कमंडल के जल से गंगा का जन्म हुआ था |*

          🌷 *गंगा जयंती महत्व* 🌷

🙏🏻 *शास्त्रों के अनुसार बैशाख मास शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को ही गंगा स्वर्ग लोक से शिव शंकर की जटाओं में पहुंची थी इसलिए इस दिन को गंगा जयंती और गंगा सप्तमी के रूप में मनाया जाता है | जिस दिन गंगा जी की उत्पत्ति हुई वह दिन गंगा जयंती (वैशाख शुक्ल सप्तमी) और जिस दिन गंगाजी पृथ्वी पर अवतरित हुई वह दिन ‘गंगा दशहरा’ (ज्येष्ठ शुक्ल दशमी) के नाम से जाना जाता है इस दिन मां गंगा का पूजन किया जाता है | गंगा जयंती के दिन गंगा पूजन एवं स्नान से रिद्धि-सिद्धि, यश-सम्मान की प्राप्ति होती है तथा समस्त पापों का क्षय होता है| मान्यता है कि इस दिन गंगा पूजन से मांगलिक दोष से ग्रसित जातकों को विशेष लाभ प्राप्त होता है| विधिविधान से गंगा पूजन करना अमोघ फलदायक होता है |*

🙏🏻 *पुराणों के अनुसार गंगा विष्णु के अँगूठे से निकली हैं, जिसका पृथ्वी पर अवतरण भगीरथ के प्रयास से कपिल मुनि के शाप द्वारा भस्मीकृत हुए राजा सगर के 60,000 पुत्रों की अस्थियों का उद्धार करने के लिए हुआ था तब उनके उद्धार के लिए राजा सगर के वंशज भगीरथ ने घोर तपस्या कर माता गंगा को प्रसन्न किया और धरती पर लेकर आए । गंगा के स्पर्श से ही सगर के 60 हजार पुत्रों का उद्धार संभव हो सका इसी कारण गंगा का दूसरा नाम भागीरथी पड़ा 

आचार्य आशुकवि पङ्कज ऊमर

अंतरास्ट्रीय शोधार्थी भारत 

ज्योतिष गुप्तचर विभाग दिल्ली

गुरुवार, 13 मई 2021

आइये वास्तु विहार करें

 


Medical के स्टूडेंट्स को हमेशा ईशान कोण 

उत्तर -पूर्व East North दिशा में पढ़नी चाहिये  अद्भुत सफलता मिलती है क्यो की ये आरोग्य के दिशा है।

आचार्य आशुकवि पङ्कज ऊमर

अंतराष्ट्रीय शोधार्थी भारत

ज्योतिष गुप्तचर विभाग दिल्ली

मंगलवार, 11 मई 2021

Happy international nurses day .

 Happy international nurses day .


....

अंतराष्ट्रीय नर्स दिवस 12 MAY पे भारत ही अन्य देशों  के सभी नर्सो को सम्मान करेंगी जो कोविड-19 कोरोना संक्रमण में अपने जान जोखिम में डाल के हमारा देश का सबसे बड़ा सेवा कर रही है जिसके लिए हमारी टीम सदैव आज के नर्सो का ऋणी रहेगा संस्था नारी सुरक्षा मंच के द्वारा जब हमारा देश कोविड-19 से विजय प्राप्त कर लेगा उसके बाद संस्था  द्वारा सम्पूर्ण नर्सो का सम्मान किया जायेगा इसके लिए जल्द ही सभी हॉस्पिटल में नर्सो की सूचि प्राप्त करने हेतु आदेश दिए जायेंगे कंपनी इसके लिए अखिल भारतीय सुविचार सुप्रेरणा शोध संस्थान को कोटि कोटि धन्यवाद देते हुए उनके इस शोभनीय सेवा कार्य  को स्वीकार करते हुए तन मन धन से संस्था के साथ इस कार्य को पूरा करने का संकल्प लेते है भारत ही नही अन्य देश मे भी संस्थान द्वारा  इस फैसले को सुनाते हुए संस्थान के संस्थापक आचार्य आशुकवि पंकज उमर जी ,अध्यक्ष श्री दिनेश जी , उपाध्यक्ष CA विकास मिश्रा जी ,  CA दर्शिका अग्रवाल जी ,दीप्ती गुप्ता जी , पूनम गुप्ता जी , श्रीमती बीना गुप्ता जी , सुश्री विनीता जी ,अंजलि पांडेय जी शैल मिश्रा जी,सभी ने इस निर्णय में अपने बाते रखी और इस समारोह की सम्पूर्ण रुपरेखा तैयार की सभी जिलों में उन्हें सम्मानित करने हमारे टीम स्वयं जाएगी जो भी इस सम्मान समारोह में सेवा करना चाहता है, वो संपर्क करे।

Contact no 7668319977

Covid 19 के इस महामारी

 Covid 19 के इस महामारी


में हम सभी का मुस्कान ,खुशी साथ की  खुशी सब  लुप्त हो गयी है यैसे में हम डर के जी रहे है अपने को कैद की तरह महसूस कर रहे है मानते है आज लगभग सभी कार्य बंद हो चुके है या कुछ चल रहे है परंतु मेडिकल तो लगातार चलता आ रहा है मेरे डॉ नर्स चट्टान की तरह आज हमारे साथ खड़े है यैसे समय में हम अपना ग्रोथ नही कर पा रहे है सिर्फ ड्यूटी ओर बस एक ही आशा जे साथ कि कल कोरोना खत्म होगा क्या अपने सोच फिर क्या होगा डर ??? वही पोग्रेस खुशी हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है यैसे में आप क्या करेंगे ???

कैसे अपने को खुश रखेंगे???

कहाँ आप खुशी होंगे ????

आइये आप हमसे साझा करें और हमे follow करें।

शनिवार, 8 मई 2021

घर में बरकत/अच्छे आय नहीं हो तो ये प्रयोग करें।

 


💵 *घर में बरकत नहीं होती तो खडी हल्दी की सात गाँठे और खड़ा नमक कपडे में बांध लें और कटोरी में रख दें घर के किसी भी कोने में, बरकत होगी। अधिक जानकारी के लिए हमे फॉलो करो- 

https://www.facebook.com/gggicpankaj

https://www.facebook.com/astrosunao/

https://www.sulekha.com/acharya-ashukavi-pankaj-umar-gomti-nagar-luckno

w-contact-address

आचार्य आशुकवि पङ्कज ऊमर

अंतराष्ट्रीय शोधार्थी भारत

ज्योतिष गुप्तचर विभाग दिल्ली

शुक्रवार, 7 मई 2021

सन्तान प्राप्ति का उपहार

 सन्तान प्राप्ति का उपहार


ग्रह दोष , कंसीव करने में समस्या, बार- बार  मिसकैरेज होने पर आदि समस्या होने पर ये प्रयोग अत्यंत लाभकारी है 

1- शुक्र तारा दर्शन करें ये संध्या समय मे बहुत चमत्कता हुआ तारा होता है।

2- घर मे कुलदेवता ओर पितृ के नाम से 2 दीपक जलाये घर के किसी भी जगह

3- सप्त नदी,पंच वृक्ष, गो धुली ,चंदन, रोली, कुमकुम,पञ्च पुष्प निर्मित तिलक

4- गुगुल /कपूर/गो देशी घी/शहद का धूप करे अपने बेडरूम व अन्य जगह जहाँ आप ज्यादा समय बिताते हैं। इसे कपूरदानी में जलाना है।

5- पति पत्नी की अपने हाथ से श्रृंगार की वस्तुयें शुक्रवार को शुक्र होरा में अपने साथ दिलाये।

6- पति पत्नी को अपने हाथ से सिंदूर उत्तर दिशा में लगाये ,ओर शुक्रवार को श्रींगार की वस्तुये की दो प्रति साथ खरीद के लाये ओर दूसरे शुक्रवार को किसी सौम्य माँ दुर्गा की मंदिर में अर्पित करे पति पत्नी दोनों ।

7- घर में प्रयोग होने वाले नमक चूल्हे के लेफ्ट साइड 180 अंश पे  काँच के बर्तन में रखे और नमक सदा शुक्र होरा में ही खरीदे।

8- बेडरूम में श्री कृष्ण के बाल छवि की फ़ोटो जरूर लगाये तथा डूबता हुए जहाज,सूर्य,युद्ध, शिकार करते हुए पशु,पूर्वजो के फोटो , भगवान के फोटो नही लगाना है।

9- बैडरूम के शीशे कभी खुले नही होना चाहिये

10- पत्नी को ( थं )बीज मंत्र का जप करना है पति को ( खं )बीज मंत्र का जप करन है किसी भी टाइम 

11- पति पत्नी तांबे के बर्तन में जल ग्रहण करें हो सके तो उसमें सोने /चांदी के coins भी डाल के पी सकते है ।

12- श्री गीता के 7 अध्याय के महात्म्य का , नारायण कवच का सायं काल पाठ करें।

13- पति पत्नी कभी नारियल को न तोड़े 

14- पति -पत्नी दोनों बरगद व नारियल का एक वृक्ष लगाये ओर उसका देखभाल भी करे ध्यान रहे इसका फल उन्हें नही खाना है।

15- गणेश विनायक बिठूर मंदिर कानपुर में एक बार उनका परिक्रमा करे व वहा संतान प्राप्ति का संकल्प करें। 

16- वास्तु दोष का भी निवारण करना 

17- पत्नी को दूसरे केंद्र में स्थिर रहना 

नोट- ग्रहण, मेडिकल टेस्ट, को भी साथ मे परार्मश अत्यंत जरूरी है।

अधिक जानकारी के जानकारी के लिए हमे follow करो- आचार्य आशुकवि पङ्कज ऊमर

अंतराष्ट्रीय शोधार्थी भारत

ज्योतिष गुप्तचर विभाग दिल्ली

https://www.facebook.com/gggicpankaj

https://www.facebook.com/astrosunao/

https://www.sulekha.com/acharya-ashukavi-pankaj-umar-gomti-nagar-lucknow-contact-address

बुधवार, 5 मई 2021

एक घर में होना चाहिए एक मंदिर

 🌷 *आइये थोड़ा वास्तु हो जाये* 🌷

🏡 *एक घर में होना चाहिए एक मंदिर


*

*एक घर में अलग-अलग पूजाघर बनवाने की बजाए मिल-जुलकर एक मंदिर बनवाए। एक घर में कई मंदिर होने पर वहां के सदस्यों को मानसिक, शारीरिक और आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।*

आचार्य आशुकवि पङ्कज ऊमर

अंतराष्ट्रीय शोधार्थी भारत

ज्योतिष गुप्तचर विभाग दिल्ली

आइये सौभाग्य-रक्षा और सुख-शांति व समृद्धि बढ़ाने हेतु

 🌷 *आइये सौभाग्य-रक्षा और सुख-शांति व समृद्धि बढ़ाने हेतु एक प्रयोग सीखे..👩🏻 माताएँ-बहनें रोज स्नान के बाद पार्वती माता का स्मरण करते-करत...