गुरुवार, 24 दिसंबर 2020

पति/प्रेमी से प्रेम/सम्मोहन की प्राप्ति हेतु.......

 हरि ॐ दी सुप्रभात


पति/प्रेमी  से प्रेम/सम्मोहन की प्राप्ति हेतु.......

चुटकी भर हल्दी स्नान करने के पानी मे मिला के स्नान करो।

सिंदूर पति के हाथ से लगवाये या सिंदूरदान में रखवा दे हमेशा सिंदूर ओर श्रृंगार की वस्तुएँ शुक्र होरा में पति के साथ खरीदे।

कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी का व्रत रहे एवं गौरी माता की पूजन करे

तुलसी माता को सायं काल पंच दीपक दान करे और जल का सिंचन करें।

सासु मा के साथ अपना एक चित्र नैऋत्य कोण में लगाये

खं बीज मंत्र का 120 माला जप करे

होरा का समय ,त्रयोदशी की तिथि का डेट, कोण के बारे में जानने के लिए सम्पर्क करें।

🌷 *आइये तुलसी पूजन विधि व तुलसी – नामाष्टक का गोपनीय लाभ ले। 🌿 *तुलसी पूजन विधि* 🌿


 🌷 *आइये तुलसी पूजन विधि व तुलसी – नामाष्टक का गोपनीय लाभ ले। 🌿 *तुलसी पूजन विधि* 🌿

🙏🏻 *25 दिसम्बर को सुबह स्नानादि के बाद घर के स्वच्छ स्थान पर तुलसी के गमले को जमीन से कुछ ऊँचे स्थान पर रखें | उसमें यह मंत्र बोलते हुए जल चढायें :*

🌷  *महाप्रसाद जननी सर्वसौभाग्यवर्धिनी*

*आधि व्याधि हरा नित्यम् तुलसी त्वाम् नमोस्तुते*

🌿 *फिर ‘तुलस्यै नम:’ मंत्र बोलते हुए तिलक करें, अक्षत (चावल) व पुष्प अर्पित करें तथा वस्त्र व कुछ प्रसाद चढायें | दीपक जलाकर आरती करें और तुलसीजी की ७, ११, २१,५१ व १०८ परिक्रमा करें | उस शुद्ध वातावरण में शांत हो के भगवत्प्रार्थना एवं भगवन्नाम या गुरुमंत्र का जप करें | तुलसी के पास बैठकर प्राणायाम करने से बल, बुद्धि और ओज की वृद्धि होती है |*

🌿 *तुलसी – पत्ते डालकर प्रसाद वितरित करें | तुलसी के समीप रात्रि १२ बजे तक जागरण कर भजन, कीर्तन, सत्संग-श्रवण व जप करके भगवद-विश्रांति पायें | तुलसी – नामाष्टक का पाठ भी पुण्यदायक है | तुलसी – पूजन अपने नजदीकी आश्रम या तुलसी वन में अथवा यथा–अनुकूल किसी भी पवित्र स्थान में कर सकते हैं |*

🌷 *तुलसी – नामाष्टक* 🌷

*वृन्दां वृन्दावनीं विश्वपावनी विश्वपूजिताम् |*

*पुष्पसारां नन्दिनी च तुलसी कृष्णजीवनीम् ||*

*एतन्नामाष्टकं चैतत्स्तोत्रं नामार्थसंयुतम् |*

*य: पठेत्तां च संपूज्य सोऽश्वमेधफलं लभेत् ||*

🌿 *भगवान नारायण देवर्षि नारदजी से कहते हैं : “वृन्दा, वृन्दावनी, विश्वपावनी, विश्वपूजिता, पुष्पसारा, नंदिनी, तुलसी और कृष्णजीवनी – ये तुलसी देवी के आठ नाम हैं | यह सार्थक नामावली स्तोत्र के रूप में परिणत है |*

🌿 *जो पुरुष तुलसी की पूजा करके इस नामाष्टक का पाठ करता है, उसे अश्वमेध यज्ञ का फल प्राप्त होता है | ( ब्रह्मवैवर्त पुराण, प्रकृति खण्ड :२२.३२-३३)*

रविवार, 20 दिसंबर 2020

आइये व्यतिपात योग का लाभ ले*

 *आइये व्यतिपात योग का लाभ ले* 


*21 दिसम्बर 2020 सोमवार को दोपहर 11:53 से 22 दिसम्बर, मंगलवार को दोपहर 12:11 तक व्यतिपात योग है।व्यतिपात योग की ऐसी महिमा है कि उस समय जप पाठ प्राणायाम, माला से जप या मानसिक जप करने से भगवान की और विशेष कर भगवान सूर्यनारायण की प्रसन्नता प्राप्त होती है जप करने वालों को, व्यतिपात योग में जो कुछ भी किया जाता है उसका १ लाख गुना फल मिलता है।*

शनिवार, 19 दिसंबर 2020

आइये कुछ वास्तु हो जाये

 🌷🌀 *आइये कुछ वास्तु हो जाये * 🏡 *जिन के घर का मुख दक्षिण में हो, वे अपने घर के 🚪दरवाजे के बाहर एक गमले में आम का पौधा लगायें और गुरुमंत्र का जप करें ।*

आचार्य आशुकवि पङ्कज ऊमर


आइये सौभाग्य-रक्षा और सुख-शांति व समृद्धि बढ़ाने हेतु

 🌷 *आइये सौभाग्य-रक्षा और सुख-शांति व समृद्धि बढ़ाने हेतु एक प्रयोग सीखे..👩🏻 माताएँ-बहनें रोज स्नान के बाद पार्वती माता का स्मरण करते-करत...